क्रिकेटर कैसे बने – हिंदी में स्टेप-बाय-स्टेप गाइड

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क्रिकेटर कैसे बने

अगर आप सोच रहे हैं क्रिकेटर कैसे बने, तो आप सही लेख मैं आए हैं, चलें जानते हैं

क्रिकेट, भारतीय खेल की एक लोकप्रिय और महत्वपूर्ण रूपरेखा है, जिसने देशभर में लाखों लोगों के दिलों को जीता है। यदि आपके मन में भी क्रिकेटर बनने का सपना है और आप इस खेल में उच्चतम स्तरों तक पहुंचना चाहते हैं, तो आपकी सोच बिलकुल सही है।

इस ब्लॉग पोस्ट में, हम आपको बताएंगे क्रिकेटर कैसे बने और क्रिकेट खेलने के लिए कैसे तैयारी करें। हम आपको उन महत्वपूर्ण चरणों के बारे में बताएंगे जिनका पालन करके आप अपनी क्रिकेट करियर की शुरुआत कर सकते हैं। इसके साथ ही, हम आपको उच्चस्तरीय प्रशिक्षण केंद्रों, सफलता के मार्गदर्शकों, और आवश्यक संसाधनों के बारे में भी जानकारी प्रदान करेंगे।

अगर आप अपने सपनों को पूरा करने के लिए आगे बढ़ने का तत्पर हैं, तो आइए हमारे साथ इस साहसिक यात्रा पर निकलें और जानें क्रिकेटर बनने के रहस्यमयी और रोमांचक दुनिया के

क्रिकेटर बनने की योग्यता और कौशल:

यदि आप क्रिकेटर बनने के बारे में सपना देख रहे हैं, तो आपको कुछ योग्यताएं और कौशल विकसित करने की आवश्यकता होती है। नीचे दी गई हैं क्रिकेटर बनने के लिए आवश्यक कुछ प्रमुख योग्यताएं और कौशल:

  • उच्चतम स्तर की क्रिकेट खेलने की क्षमता
  • मजबूत बैटिंग और बॉलिंग कौशल
  • अच्छी पारी खेलने और विकेट लेने की क्षमता
  • शारीरिक तत्वों में दक्षता, जैसे की तेज दौड़ने, चटकारों की योग्यता आदि
  • अच्छी टीम संगठन की क्षमता
  • मजबूत माइंडसेट और मनोधैर्य
  • तैराकी, फिल्डिंग, और कैचिंग कौशल
  • अच्छी शारीरिक स्थामित्व और सुनियोजन क्षमता
  • क्रिकेट नियमों और रचनाओं का ज्ञान

ये योग्यताएं और कौशल क्रिकेटर बनने के लिए महत्वपूर्ण हैं और इन्हें स्वयं को विकसित करने के लिए निरंतर प्रयास करना होगा।

 

क्रिकेटर बनने के लिए क्या करना पड़ता है? Step-by-Step Guide

क्रिकेटर बनने के लिए भारत में चरणबद्ध गाइड:

Step 1: आधार बनाएं:

  • क्रिकेट में आपकी योग्यताओं और कौशल को मापन करें।
  • कोच के साथ संपर्क स्थापित करें और उनकी मार्गदर्शन में अपने कौशल को सुधारें।

Step 2: खुद को प्रशिक्षित करें:

  • एक प्रशिक्षण संस्थान या क्रिकेट अकादमी में शामिल हों।
  • कोच के द्वारा निर्देशित ट्रेनिंग प्रोग्राम में भाग लें।

Step 3: अधिकारी खेलें:

  • पास के स्तर पर क्रिकेट खेलने के लिए निजी या सार्वजनिक क्लब में शामिल हों।
  • नगर, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता में हिस्सा लें।

Step 4: विभिन्न वर्गों में उच्च स्तर का खेलें:

  • जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लें।
  • रणजी ट्रॉफी और अन्य प्रमुख राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट्स में खेलें

Step 5: IPL और रणजी में शामिल हों:

  • IPL और रणजी ट्रॉफी जैसे प्रमुख प्रोफेशनल टूर्नामेंट्स में भाग लें।
  • इससे आपको व्यापारिक और पेशेवर अवसर मिलेंगे और आपकी प्रतिभा को पहचान मिलेगी।

ध्यान दें, यह एक सामान्य मार्गदर्शिका है और प्रत्येक केस अलग हो सकता है। संघों, अकादमियों, टीमों, और टूर्नामेंट्स के नियमों का पालन करें और निरंतर प्रयास करें।

 

क्रिकेट में सिलेक्शन कैसे होता है? 

क्रिकेटरों का चयन विभिन्न स्तरों पर अलग-अलग तरीकों से होता है। यहां कुछ महत्वपूर्ण प्रक्रियाएं हैं जो क्रिकेटरों के चयन में सहायक होती हैं:

  • जिला स्तर: नगर क्रिकेट संघ अपने जिले में आयोजित क्रिकेट प्रतियोगिताओं के आधार पर क्रिकेटरों का चयन करते हैं।
  • राज्य स्तर: राज्य क्रिकेट बोर्ड द्वारा आयोजित रणजी ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी, सायेंट्रोपी, और अन्य राज्य-स्तरीय टूर्नामेंट्स में उपलब्ध खिलाड़ियों में से चयन किया जाता है।
  • राष्ट्रीय स्तर: भारतीय क्रिकेट बोर्ड द्वारा आयोजित राष्ट्रीय टूर्नामेंट्स, आईपीएल, और अन्य राष्ट्रीय-स्तरीय लीगों में उपलब्ध खिलाड़ियों का चयन किया जाता है।
  • आंतर्राष्ट्रीय स्तर: भारतीय खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भी चयन के लिए प्रतियोगी होते हैं।
  • आईपीएल और अन्य लीग: आईपीएल जैसी आपूर्ति-मांग लीगों में टीमें खिलाड़ियों का चयन करती हैं, जो आंतरविदेशी और भारतीय खिलाड़ियों को एकत्रित करती हैं।

चयन प्रक्रिया आमतौर पर खिलाड़ियों की योग्यता, अनुभव, प्रदर्शन, और कौशल के आधार पर होती

 

भारत में क्रिकेट ट्रेनिंग

क्रिकेट ट्रेनिंग भारत में व्यापक रूप से उपलब्ध है। यहां कुछ प्रमुख क्रिकेट ट्रेनिंग संस्थान हैं जहां आप प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं:

  • नेशनल क्रिकेट अकादमी, बेंगलुरु: भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) द्वारा संचालित यह अकादमी नवाचारी खिलाड़ियों के लिए प्रशिक्षण प्रदान करती है।
  • एमपीटी क्रिकेट अकादमी, मुंबई: यह प्रमुख क्रिकेट ट्रेनिंग संस्थान मुंबई में स्थित है और नवाचारी से प्रोफेशनल स्तर तक के खिलाड़ियों को तैयार करती है।
  • जेडी जीवनसंग्राम क्रिकेट अकादमी, दिल्ली: यह दिल्ली में स्थित प्रमुख क्रिकेट अकादमी है जो छोटी उम्र से लेकर प्रोफेशनल स्तर तक के खिलाड़ियों को तैयार करती है।
  • चेन्नई सुपर किंग्स क्रिकेट अकादमी, चेन्नई: इस अकादमी ने एआईसीए की सहायता से अपने प्रशिक्षण केंद्रों को बढ़ाया है और नवाचारी से विशेषज्ञता प्राप्त करने तक के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देती है।
  • रवि शास्त्री क्रिकेट अकादमी, नई दिल्ली: यह अकादमी भारतीय कोच रवि शास्त्री द्वारा संचालित की जाती है और प्रोफेशनल स्तर के खिलाड़ियों को विशेष ट्रेनिंग प्रदान करती है।

इन संस्थानों के अलावा भारत भर में बहुत सारे कोचिंग सेंटर, क्रिकेट अकादमियां और स्कूल आदि भी हैं जो आपको क्रिकेट ट्रेनिंग दे सकते हैं।

Salary of a Cricketer in Hindi

क्रिकेट के खिलाड़ी, चाहे पुरुष हों या महिला, उनकी वेतनभोगी उनकी प्रदर्शन पर आधारित होती है। बीसीसीआई के ग्रेडिंग सिस्टम के अनुसार खिलाड़ियों को ग्रेडिंग दी जाती है। पुरुषों के लिए 4 ग्रेडिंग स्केल होती हैं, जबकि महिला क्रिकेटरों के लिए केवल 3 स्केल होती हैं।

बीसीसीआई द्वारा दिए गए वेतन के अलावा, एक क्रिकेटर अपने ब्रांड और विज्ञापनों के माध्यम से भी पैसे कमा सकता है। आईपीएल, बीबीएल आदि जैसे लीग आधारित मुकाबलों में खेलना, अपना ब्रांड बनाना और ब्रांड एम्बेसडर बनना भी इनके लिए आम बात है। भारत में कुछ क्रिकेटरों ने ऐसे आयोजनों में समय के साथ सामरिकता से अधिक धन कमाया है। विराट कोहली इनमें से एक सबसे धनी खिलाड़ी हैं।

बीसीसीआई अनुबंध के लिए क्रिकेटरों के योग्यता का आधार इस प्रकार है:

  • A+ श्रेणी – खिलाड़ी तीनों प्रारूपों में खेलने के लायक होता है।
  • A श्रेणी – तीनों प्रारूपों में या कम से कम 2 प्रारूपों में खेलने की क्षमता (टेस्ट क्रिकेट क्रम की जानकारी अनिवार्य होती है)।
  • B श्रेणी – खिलाड़ी की क्षमता कम से कम दो प्रारूपों में खेलने की होती है।
  • C श्रेणी – एक प्रारूप वाले खिलाड़ी।

 

पुरुष क्रिकेट के लिए बीसीसीआई ग्रेडिंग सिस्टम:

बीसीसीआई जिम्मेदार होती है कि वह सभी खिलाड़ियों को वेतन दे जो घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेल रहे हैं।

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर का वेतन:

  • A ग्रेड: 50 लाख रुपये
  • B ग्रेड: 30 लाख रुपये
  • C ग्रेड: 10 लाख रुपये

घरेलू क्रिकेटर का वेतन:

  • 40 मैच से अधिक खेलने वाले वरिष्ठ: 60,000 रुपये
  • 23 साल से कम उम्र के खिलाड़ी: 25,000 रुपये
  • 19 साल से कम उम्र के खिलाड़ी: 20,000 रुपये

 

महिला क्रिकेट के लिए बीसीसीआई ग्रेडिंग सिस्टम:

बीसीसीआई ने भारतीय पुरुष और महिला क्रिकेटरों के वेतन में अंतर और वेतन की गहराई को समझने का प्रयास किया है। इसके कारण संगठन ने अपनी मौजूदा प्रणाली में बड़े परिवर्तन किए हैं। बीसीसीआई ने अब महिला क्रिकेटरों की वेतन को लगभग दोगुना कर दिया है।

अंतर्राष्ट्रीय महिला क्रिकेटर का वेतन:

  • A ग्रेड: 50 लाख रुपये
  • B ग्रेड: 30 लाख रुपये
  • C ग्रेड: 10 लाख रुपये

घरेलू महिला क्रिकेटर का वेतन:

  • खेलती एकादशी (Playing XI) महिलाओं को: 20,000 रुपये

 

भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों में से लगभग 27 खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू स्तरों पर भारतीय क्रिकेट टीम के प्रति अपने कौशल और योगदान के आधार पर विविध अनुबंध प्राप्त करते हैं।

  • A+ ग्रेड के खिलाड़ी: इस श्रेणी में खिलाड़ियों को वार्षिक आधार पर 7 करोड़ रुपये से अधिक मिलते हैं। इनमें शामिल हैं रोहित शर्मा, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह।
  • A ग्रेड के खिलाड़ी: इस श्रेणी में खिलाड़ियों को वार्षिक आधार पर 5 करोड़ रुपये से अधिक मिलते हैं। इनमें शामिल हैं चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे और रविचंद्रन अश्विन।
  • B ग्रेड के खिलाड़ी: इस श्रेणी में खिलाड़ियों को वार्षिक आधार पर 3 करोड़ रुपये से अधिक मिलते हैं। इनमें शामिल हैं हनुमा विहारी, इशांत शर्मा और मोहम्मद शमी।
  • C ग्रेड के खिलाड़ी: इस श्रेणी में खिलाड़ियों को वार्षिक आधार पर 1 करोड़ रुपये से अधिक मिलते हैं। इनमें शामिल हैं अजिंक्य रहाणे, शिखर धवन और मयंक अग्रवाल।

यह अवलोकन केवल एक सारांश है और वार्षिक आधार पर खिलाड़ियों के अनुबंधों में बदलाव हो सकता है। इसके साथ ही, अन्य आय का स्रोत खिलाड़ियों के लिए ब्रांड और विज्ञापन संबंधित मौजूदा अनुबंध से भी हो सकता है।

 

भारतीय महिला क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों की वेतन श्रेणियों में कौन-कौन से खिलाड़ी शामिल होते हैं?

भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों में से लगभग 27 खिलाड़ी विभिन्न श्रेणियों में होते हैं, जो उनके कौशल और योगदान के आधार पर अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू स्तरों पर अलग-अलग अनुबंध प्राप्त करते हैं।

  • ए ग्रेड के खिलाड़ी: इन खिलाड़ियों को वार्षिक आधार पर 7 करोड़ रुपये मिलते हैं। इस श्रेणी में मिथाली राज, हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना और पूनम यादव जैसे प्रमुख नाम शामिल होते हैं।
  • बी ग्रेड के खिलाड़ी: इन खिलाड़ियों को वार्षिक आधार पर 5 करोड़ रुपये मिलते हैं। इस श्रेणी में एक्ता बिष्ट, झूलन गोस्वामी, शिखा पांडे, दीप्ति शर्मा और जेमिमाह रॉड्रिग्ज जैसे प्रमुख नाम शामिल होते हैं।
  • सी ग्रेड के खिलाड़ी: इन खिलाड़ियों को वार्षिक आधार पर 3 करोड़ रुपये मिलते हैं। इस श्रेणी में राधा यादव, दीप्ति हेमलाठा, अनुजा पाटील, वेदा कृष्णमूर्ति, मानसी जोशी, पूनम राउत, मोना मेश्रम, अरुंधति रेड्डी, राजेश्वरी गायकवाड़, तानिया भाटिया और पूजा वस्त्राकर जैसे प्रमुख नाम शामिल होते हैं।

क्या भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों को समय-समय पर बोनस भी दिया जाता है?

कभी-कभी, भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों को व्यक्तिगत प्रदर्शन के लिए बोनस और अतिरिक्त धन भी दिया जाता है। यह राशि मैच शुल्क या वेतन के अलावा दी जाती है:

  • टेस्ट या वनडे में शतक के लिए 5 लाख रुपये
  • टेस्ट में डबल शतक के लिए 7 लाख रुपये
  • टेस्ट, वनडे या टी20 में 5 विकेट हॉल के लिए 5 लाख रुपये
  • टेस्ट मैच में 10 विकेट हॉल के लिए 7 लाख रुपये

यहां दिए गए आंकड़े केवल एक सारांश हैं और खिलाड़ियों के वेतन में वार्षिक आधार पर बदलाव हो सकता है।

 

Pros and Cons

क्रिकेटर के फायदे (Pros):

  • खुद को प्रशंसा का मौका: क्रिकेटर को मैदान पर उत्कृष्टता का माध्यम देता है और उन्हें अपने कौशलों को प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है।
  • दुनिया भर में पहचान: एक सफल क्रिकेटर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलती है और वे विभिन्न देशों में खेलते हैं, जिससे उन्हें आपक्रिति और मान्यता की दुनिया भर में मिलती है।
  • वित्तीय स्वतंत्रता: सफल क्रिकेटरों को अच्छी संदर्भ सामग्री की वजह से धन की सुविधा मिलती है, जैसे कि विजेता प्रीमियम, अनुबंध, स्पॉन्सरशिप आदि।

क्रिकेटर के हानि (Cons):

  • दबाव और तनाव: उच्च स्तर के क्रिकेट के दौरान, खिलाड़ियों पर बड़ा दबाव और तनाव होता है। यह उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है।
  • परिवार और सामाजिक जीवन की समस्याएं: क्रिकेट में सफल होने के लिए, खिलाड़ी को अधिकतर समय ट्रेनिंग और खेल में बिताना पड़ता है, जिसके कारण उन्हें अपने परिवार और सामाजिक संबंधों को समय देने में समस्या हो सकती है।
  • चोट और अस्थायी करियर: क्रिकेट में चोट लगने का खतरा होता है, जो एक करियर को अस्थायी बना सकता है। यह उनके प्रगति और सफलता को प्रभावित कर सकता है।

यह तत्परता, प्रशिक्षण, और निरंतर मेहनत के बावजूद, क्रिकेट करियर के फायदे और हानियां हर खिलाड़ी के लिए अलग हो सकती हैं।

 

Summary

समाप्ति के रूप में, “क्रिकेटर कैसे बने” के लिए प्रेम, समर्पण और नियमित प्रयास की आवश्यकता होती है। यह एक यात्रा है जो छोटी उम्र में खेलने से शुरू होती है, पेशेवर कोचिंग प्राप्त करने और स्थानीय टूर्नामेंट में हिस्सा लेने से गुजरती है। जिला और राज्य स्तर के माध्यम से प्रगति करते हुए, शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करके राष्ट्रीय प्रतिनिधित्व के अवसर प्राप्त होते हैं। हालांकि, याद रखना महत्वपूर्ण है कि “क्रिकेटर कैसे बने” का मार्ग आसान नहीं है और इसमें कठिनाई, अनुशासन और सहनशीलता की आवश्यकता होती है। कौशलों में सुधार करने, परीक्षणों में भाग लेने, और प्रेरणा बनाए रखने के माध्यम से आगे बढ़ते हुए, यहां तक कि सपनों को साकार करने और क्रिकेट की दुनिया में सफलता प्राप्त करने की संभावनाएं बढ़ा सकते हैं।

 

FAQs

विराट कोहली क्रिकेटर कैसे बने?

विराट कोहली ने बचपन से ही क्रिकेट में रुचि रखी और प्रतियोगिताओं में अपनी क्षमताओं को साबित किया। उन्होंने सख्त मेहनत और समर्पण के साथ प्रशिक्षण किया और लगातार स्वयं को सुधारते रहे। उन्होंने प्रतियोगिताओं में अद्वितीय प्रदर्शन करके अपनी जगह बनाई और नेशनल टीम में चयनित होने का मार्ग चुना।

 

मुझे क्रिकेटर बनना है, क्या करूँ?

क्रिकेटर बनने के लिए आपको प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना और अभ्यास करना शुरू करना होगा। आपको अच्छे कोच की तलाश करनी चाहिए जो आपको आदेशों और तकनीकों में मार्गदर्शन कर सके। नियमित रूप से अभ्यास करें, स्थानीय स्तर के टूर्नामेंटों में खेलें और अपनी क्षमताओं को सुधारते रहें। अपने अनुभवी क्रिकेटरों से सलाह लें और स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखें।

 

क्रिकेटर बनने के लिए कितना पैसा लगता है?

क्रिकेटर बनने के लिए कोई निश्चित राशि नहीं है। यह आपके प्रशिक्षण, प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने, उपकरणों की खरीदारी और कोच के शुल्क पर निर्भर करेगा। आपको अपनी संघटना, आरामदायक सामग्री, और प्रशिक्षण सुविधाओं की जांच करनी चाहिए, जिससे आप अपने क्रिकेट करियर को समर्थित रख सकें।

 

नेशनल क्रिकेट अकादमी की फीस क्या है?

नेशनल क्रिकेट अकादमी की फीस अलग-अलग हो सकती है और यह संगठन के नियमों और शर्तों पर निर्भर करेगी। आपको नेशनल क्रिकेट अकादमी की वेबसाइट या संपर्क विवरण से विवरण प्राप्त करना चाहिए और फीस के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।

 

बिना एकेडमी के क्रिकेटर कैसे बन सकते हैं?

एकेडमी के बिना भी आप क्रिकेटर बन सकते हैं। आपको खुद को स्वयं संगठित करना होगा, स्थानीय स्तर के टूर्नामेंटों में खेलना होगा और अपनी कौशलों को सुधारना होगा। आपको अच्छे कोच की तलाश करनी चाहिए, जो आपको उच्च स्तर के तकनीकों की सिखाने में मदद कर सकते हैं। अपने खुद के मार्गदर्शक बनें, अनुभवी खिलाड़ियों से सलाह लें और नियमित अभ्यास करें।

 

18 साल के बाद क्रिकेटर कैसे बन सकते हैं?

18 साल के बाद भी आप क्रिकेटर बन सकते हैं। आपको खुद को अभ्यास करने का समय देना चाहिए, अच्छे कोच की गाइडेंस लेनी चाहिए और स्थानीय स्तर के टूर्नामेंटों में हिस्सा लेना चाहिए। नियमित अभ्यास करें, स्थानीय क्लब्स या एकेडमियों में शामिल हों और खुद को नेशनल स्तर तक पहुंचाने के लिए प्रतियोगिताओं में हिस्सा लें।

 

फ्री क्रिकेट एकेडमी हैं?

हां, कुछ स्थानों पर फ्री क्रिकेट एकेडमी मौजूद हो सकती हैं। ये एकेडमियाँ सामाजिक या गवर्नमेंट संगठनों द्वारा चलाई जा सकती हैं जो युवाओं को क्रिकेट खेलने की सुविधा प्रदान करती हैं। यदि आप इस तरह की एकेडमी के बारे में अधिक जानकारी चाहते हैं, तो आपको स्थानीय स्पोर्ट्स अथॉरिटी या सरकारी विभागों से संपर्क करना चाहिए।

 

क्रिकेटर बनने की सही उम्र क्या है?

क्रिकेटर बनने की सही उम्र कोई निश्चित नहीं है, लेकिन आमतौर पर शुरुआती तरीके में लोग 8 से 10 वर्ष की आयु समय पर क्रिकेट में रुचि दिखाते हैं। हालांकि, यह आपकी प्रतिभा, अभ्यास और दृढ़ संकल्प पर निर्भर करेगा।

 

क्या 14 साल का बच्चा क्रिकेटर बन सकता है?

हां, 14 साल की आयु में बच्चा क्रिकेटर बन सकता है। यह उम्र शुरुआती स्तर पर क्रिकेट खेलने के लिए उचित मानी जाती है। उन्हें उच्च स्तर के कोच की मार्गदर्शन में प्रशिक्षण और संगठित प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना चाहिए।

 

क्या मैं 17 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू कर सकता हूं?

हां, आप 17 साल की आयु में क्रिकेट खेलना शुरू कर सकते हैं। यह उम्र क्रिकेट में प्रवेश करने के लिए उचित मानी जाती है। आपको उच्च स्तर के प्रशिक्षण केंद्र या कोच की गाइडेंस में शामिल होना चाहिए और नियमित अभ्यास करना चाहिए।

 

क्या मैं 27 साल की उम्र में क्रिकेट खेल सकता हूं?

हां, 27 साल की आयु में भी आप क्रिकेट खेल सकते हैं। आपको नियमित अभ्यास करना चाहिए और अपनी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए स्थानीय स्तर के टूर्नामेंटों में हिस्सा लेना चाहिए। आपको अपने प्रदर्शन को सुधारने के लिए मेंटर की तलाश करनी चाहिए और अपनी कौशलों को बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास करना चाहिए।

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